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दिल्ली : भारत की एयरस्ट्राइक: ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की मुख्य बातें भारत ने 7 मई 2025 को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) में 9 आतंकी ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की, जो जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा जैसे संगठनों के मुख्यालय भी थे। यह कार्रवाई जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में की गई, जिसमें 25 भारतीय और 1 नेपाली नागरिक की जान गई थी। भारतीय सेना और वायुसेना ने सटीक मिसाइल और एयरस्ट्राइक के जरिए इन ठिकानों को पूरी तरह तबाह कर दिया। ऑपरेशन का उद्देश्य केवल आतंकी ठिकानों को निशाना बनाना था; किसी भी पाकिस्तानी सैन्य या नागरिक प्रतिष्ठान पर हमला नहीं किया गया। पाकिस्तान के कोटली, मुजफ्फराबाद, बहावलपुर और मुरिदके में स्थित आतंकी अड्डे मुख्य लक्ष्य थे, जहां लश्कर और जैश के बड़े कैंप और मुख्यालय मौजूद थे। इस ऑपरेशन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूरे अभियान की पल-पल की जानकारी ले रहे थे और ऑपरेशन की निगरानी कर रहे थे। भारत के अनुसार, कम-से-कम 12 आतंकवादी मारे गए और 55 से अधिक घायल हुए हैं। एयरस्ट्राइक के बाद पाकिस्तान में हड़कंप मच गया, लाहौर और कराची समेत कई एयरस्पेस अस्थायी रूप से बंद कर दिए गए। संयुक्त राष्ट्र और अमेरिका ने दोनों देशों से संयम बरतने की अपील की है। निशाना बने मुख्य ठिकाने स्थान संगठन/मुख्यालय बहावलपुर जैश-ए-मोहम्मद मुख्यालय मुरिदके लश्कर-ए-तैयबा मुख्यालय मुजफ्फराबाद लश्कर व हिजबुल के कैंप कोटली आतंकी प्रशिक्षण शिविर निष्कर्ष भारत की कार्रवाई पूरी तरह आतंकी ठिकानों के खिलाफ थी, जिसमें जैश और लश्कर के मुख्यालय भी शामिल थे। प्रधानमंत्री मोदी ने ऑपरेशन की सीधी निगरानी की और सेना को पूरी छूट दी थी। पाकिस्तान ने इस पर कड़ा विरोध जताया है और अपने एयरस्पेस को बंद कर दिया है।
दिल्ली : भारत की एयरस्ट्राइक: ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की मुख्य बातें भारत ने 7 मई 2025 को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) में 9 आतंकी ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की, जो जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा जैसे संगठनों के मुख्यालय भी थे। यह कार्रवाई जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में की गई, जिसमें 25 भारतीय और 1 नेपाली नागरिक की जान गई थी। भारतीय सेना और वायुसेना ने सटीक मिसाइल और एयरस्ट्राइक के जरिए इन ठिकानों को पूरी तरह तबाह कर दिया। ऑपरेशन का उद्देश्य केवल आतंकी ठिकानों को निशाना बनाना था; किसी भी पाकिस्तानी सैन्य या नागरिक प्रतिष्ठान पर हमला नहीं किया गया। पाकिस्तान के कोटली, मुजफ्फराबाद, बहावलपुर और मुरिदके में स्थित आतंकी अड्डे मुख्य लक्ष्य थे, जहां लश्कर और जैश के बड़े कैंप और मुख्यालय मौजूद थे। इस ऑपरेशन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूरे अभियान की पल-पल की जानकारी ले रहे थे और ऑपरेशन की निगरानी कर रहे थे। भारत के अनुसार, कम-से-कम 12 आतंकवादी मारे गए और 55 से अधिक घायल हुए हैं। एयरस्ट्राइक के बाद पाकिस्तान में हड़कंप मच गया, लाहौर और कराची समेत कई एयरस्पेस अस्थायी रूप से बंद कर दिए गए। संयुक्त राष्ट्र और अमेरिका ने दोनों देशों से संयम बरतने की अपील की है। निशाना बने मुख्य ठिकाने स्थान संगठन/मुख्यालय बहावलपुर जैश-ए-मोहम्मद मुख्यालय मुरिदके लश्कर-ए-तैयबा मुख्यालय मुजफ्फराबाद लश्कर व हिजबुल के कैंप कोटली आतंकी प्रशिक्षण शिविर निष्कर्ष भारत की कार्रवाई पूरी तरह आतंकी ठिकानों के खिलाफ थी, जिसमें जैश और लश्कर के मुख्यालय भी शामिल थे। प्रधानमंत्री मोदी ने ऑपरेशन की सीधी निगरानी की और सेना को पूरी छूट दी थी। पाकिस्तान ने इस पर कड़ा विरोध जताया है और अपने एयरस्पेस को बंद कर दिया है।